सब अपनी घर की बेटी की जिंदगी संवारने के लिए तैयार थे। सब अपनी घर की बेटी की जिंदगी संवारने के लिए तैयार थे।
हर सुविधा की शुरुआत वो अपने ही अंश के कत्ल से कर चुके थे। हर सुविधा की शुरुआत वो अपने ही अंश के कत्ल से कर चुके थे।
खेल भावना का बहुत बड़ा सम्मान और भावी पीढ़ी के नवयुवकों का प्रोत्साहन होगा। खेल भावना का बहुत बड़ा सम्मान और भावी पीढ़ी के नवयुवकों का प्रोत्साहन होगा।
जिनका सुकून ही दाल रोटी था, वो इस वक्त किस हाल में होंगे ? जिनका सुकून ही दाल रोटी था, वो इस वक्त किस हाल में होंगे ?
जहाँ हो तो बस चैन, सुकून और खुशियाँ इंतज़ार है मुझे वो सुबह कभी तो आएगी। जहाँ हो तो बस चैन, सुकून और खुशियाँ इंतज़ार है मुझे वो सुबह कभी तो आएगी।
ईश्वर की कृपा से निया के जीवन में वह आशा की किरण आज जगमगा उठी थी। ईश्वर की कृपा से निया के जीवन में वह आशा की किरण आज जगमगा उठी थी।